
*संग्राम यादव लेखपाल शहजादपुर से हटाए गए, जांच जारी ,जयप्रकाश वर्मा नए लेखपाल नियुक्त*
अंबेडकर नगर
जिला मुख्यालय पर कार्यरत जिले के महानतम भ्रष्टाचारी संग्राम यादव लेखपाल के भ्रष्टाचारी कार्यों से संबंधित शिकायतें लगातार सोशल मीडिया एवं समाचार पत्रों में प्रकाशित हो रही थीं। ताजा मामला “कबतक चुप रहें” के संपादक श्री अवधेश कुमार मेहरोत्रा की खतौनी की भूमि के सत्य तथ्यों को छुपाते हुए भूमाफियाओं से ₹50000 लेकर अभिलेखों और वास्तविकताओं के विपरीत फर्जी और असत्य आख्या प्रस्तुत करने तथा वरासत दर्ज करने के लिए श्री मेहरोत्रा से ₹10000 की मांग पूरी न होने से क्रुद्ध लेखपाल ने वरासत भी नहीं दर्ज की ,जबकि श्री मेहरोत्रा के परिवार के ही एक अन्य मृतक के पौत्रों की वरासत पूर्व लेखपाल द्वारा दर्ज की जा चुकी है।
इस प्रकरण में कई बार लखनऊ से प्रकाशित हिंदी दैनिक एवं अंबेडकर नगर से प्रकाशित हिंदी साप्ताहिक “कबतक चुप रहें” में लगातार तथ्यपरक समाचार प्रकाशित हो रहे थे । यह प्रकरण पूरे जिले में चर्चा का विषय बन चुका तब जिला प्रशासन की कुंभकर्णी तंद्रा भंग हुई और तहसीलदार अकबरपुर बी०वी० सिंह द्वारा श्री मेहरोत्रा को फोन करके बुलाया गया और उनसे वार्ता करने के बाद श्री सिंह के निर्देश पर श्री मेहरोत्रा ने अकाट्य अभिलेखीय साक्ष्य तहसीलदार को प्रस्तुत किये।बताना आवश्यक है कि तहसीलदार प्रशासनिक व्यस्तता एवं मुख्यमंत्री के आगमन संबंधी व्यवस्था में अत्यंत व्यस्त होने के कारण श्री सिंह मेहरोत्रा द्वारा प्रस्तुत अभिलेखों का अनुशीलन एवं परिशीलन नहीं कर सके। 20 मार्च को उन्होंने नायब तहसीलदार अकबरपुर के माध्यम से फोन द्वारा श्री मेहरोत्रा को बुलाकर पुनः उनकी पूरी बातों को सुना और प्रस्तुत किए गए अभिलेखों पर चर्चा भी की। तहसीलदार बी०वी० सिंह ने वार्ता समाप्त होने पर श्री मेहरोत्रा को बताया कि संग्राम यादव लेखपाल का शहजादपुर से ट्रांसफर कर दिया गया है , श्री मेहरोत्रा ने उन्हें उत्तर देते हुए कहा स्थानांतरण दंड की प्रक्रिया में नहीं आता, यह मात्र प्रशासनिक व्यवस्था है। आप मेरे द्वारा अब तक प्रस्तुत किए गए तथा जो अन्य अभिलेख और मुझे देने हैं उसको देख और समझ लें तत्पश्चात आप जो भी उचित समझें इस प्रकरण की जांच आख्या उच्चाधिकारी को प्रेषित करने का कष्ट करें। श्री मेहरोत्रा ने तहसीलदार महोदय से यह भी कहा कि जब तक न्याय नहीं मिलेगा तब तक संघर्ष जारी रहेगा। श्री मेहरोत्रा द्वारा तहसीलदार महोदय से यह पूछे जाने पर कि जांच आख्या कब तक प्रेषित कर दी जाएगी ,उन्होंनेबताया की जो अन्य अभिलेख आपको देने हैं वह सोमवार तक अवश्य दे दीजिए, अभिलेख मिलते ही मैं दो दिन में अपनी जांच आख्या प्रेषित कर दूंगा।